-हजारों प्रतियोगी छात्रोंका आरओ, एआरओ परीक्षा रद्द करनेके लिए प्रदर्शन

प्रयागराज, संडे मेल ब्यूरो
लोक सेवा आयोग के सामने 23 फरवरी को दिनभर युवाओं ने प्रदर्शन किया.
समीक्षा अधिकारी, सहायक समीक्षा अधिकारी की प्रारंभिक परीक्षा-23 के पेपर लीक प्रकरण पर प्रतियोगी छात्र लगातार आन्दोलित है। वह परीक्षा रद्द कराने, उसकी उच्च स्तरीय जांच एवं पुनः परीक्षा कराने के लिए मांग कर रहा है। युवा एवं प्रतियोगी छात्रों का दर्द उनके चेहरें पर साफ छलक रहा है कि जिम्मेदारों ने अभी कोई एक्शन नहीं लिया।
शुक्रवार को सुबह सलोरी, ओम गायत्री नगर, बघाड़ा, तेलियरगंज, कटरा, राजापुर समेत अन्य क्षेत्रों से जुलूस की शक्ल में हजारों छात्र-छात्राओं के हुजूम का जमावड़ा लोक सेवा आयोग पर पूर्वान्ह 11 बजे हुआ तो प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों को अतिरिक्त फोर्स बुलानी पड़ी।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर बैरिकेटिंग की गयी। वाहनों को बदले मार्ग से संचालित किया गया। मुख्य सड़क पर बैठे छात्रों को समझाया गया कि वह उग्र न हो। फिर परीक्षा निरस्त करने और पुनर्परीक्षा कराने की मांग को लेकर आन्दोलन देर शाम तक शान्तिपूर्वक चलता रहा।
सुबह से ही छात्र-छात्राओं का रेला आयोग के गेट पर पहुंचने लगा। जोश से लबरेज लगभग कई हजार लोग लोकसेवा आयोग के गेट नम्बर दो पर एकत्रित हुए।
फिर प्रयागराज-लखनऊ मार्ग बाधित हो गया। सभी छात्र-छात्राए, युवा एवं बड़े लोग बड़ी संख्या में सड़क पर ही बैठ गये। सभी आयोग के अध्यक्ष से वार्ता की मांग करने लगे। अभ्यर्थी आरओ, एआओ की परीक्षा निरस्त करने की मांग करने लगे। मामला बढ़ता देख स्थानीय पुलिस ने आयोग के गेट पर नाकेबंदी कर दी, तो वही धरने पर युवाओं का हुजूम बैठ गया। पोस्टर बैनर लेकर एक सुर में नारेबाजी करने लगे। हमारा एक ही नारा, एक ही राम, हमें चाहिये री एग्जाम, पेपर रद्द होने तक डटे रहेंगे…आदि मांगों को लेकर मोर्चा बंदी की। लगभग दस हजार छात्रों का हुजूम हुआ तो आन्दोलन चरम पर आ गया। बोले जय श्री राम, जय श्रीराम.., हमें चाहिये री एग्जाम, पेपर रद्द किया जाय। पोस्टर, बैनर लेकर प्रदर्शन का यह सिलसिला लंच समय और देर शाम तक चला। उम्मीद थी कि आयोग के अध्यक्ष वार्ता करने आयेंगे। लेकिन वह अपरान्ह ढ़ाई बजे तक नहीं आये। फिर पुलिस के अफसरों ने प्रतियोगी छात्रों के गुस्सों को भापते हुए लाइड स्पीकर से एलान किया कि लोक सेवा आयोग के अधिकारियों से वार्ता कर रहे है। आप लोगों में दस पन्द्रह लोग आयोग के अधिकारियों से वार्ता कर सकते है, यह सुनते ही छात्रों का हुजूम भड़क गया। कहने लगा कि जब तक कोई निर्णय नहीं होगा। हमारा आन्दोलन जारी रहेगा। हम सभी यही पर डटे रहेंगे। आयोग के अध्यक्ष गेट पर आकर हम लोगों से वार्ता कर सकते है। फिर छात्रों के विभिन्न गुटों ने नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों को लेकर जोरदार नारेबाजी शुरू की।

उप सचिव ने देखा छात्रों का आन्दोलन
आरओ, एआओ परीक्षा के पेपर लीक पर भड़के छात्रोंं का गुस्सा सातवें आसमान पर था। घंटों धूप में आन्दोलन कर रहे युवाओं के चेहरों पसीना टपक रहा था। लगातार नारेबाजी करने से गला भी सूख रहा था। दोपहर करीब ढ़ाई बजे आयोग के उप सचिव गेट नम्बर दो पर पहुंचे। पुलिस अधिकारी भी साथ थे। छात्रों के गुस्से को देखकर उप सचिव थोड़ी ही देर में गेट के अन्दर चले गये। फिर पुलिस अधिकारी ने माइक से एलान किया कि आप लोगों में चयनित लोग वार्ता के लिए अधिकारियों से मिल सकते है। लेकिन बात नहीं बनी। फिर नारेबाजी होने लगी। बता दें कि आयोग ने 58 जिलों के नोडल अधिकारियों से परीक्षा केन्द्रों की रिपोर्ट तलब की है। साक्ष्य मांगे जा रहे है। अभ्यर्थियों से भी साक्ष्य उपलब्ध कराने को कहा गया है। सोशल मीडिया पर परीक्षा शुरू होने से एक घंटे पूर्व ही उत्तर कुंजी लीक होने की शिकायत की जांच की जा रही है।

छात्र संघटनों ने मिलकर खोला मोर्चा
आरओ, एआरओ परीक्षा निरस्त करने के लिए प्रतियोगी छात्र-छात्राओं ने पूरे दिन धरना-प्रदर्शन किया। सभी की एक ही मांग थी कि पेपर लीक होने से यह परीक्षा निरस्त की जाय। इस आन्दोलन के समर्थन में एनएसयूआई, समाजवादी छात्र सभा, दिशा छात्र संघटन समेत अन्य लोगों का जत्था आ गया। हंगामे की आशंका से आयोग के गेटों को बंद कर दिया गया। फोर्स भी बढ़ा दी गयी। छात्रों ने मोबाइल समेत अन्य साधनों से सहयोगियों को आयोग में हो रहे प्रदर्शन के लिए बुलाया। आन्दोलन के समर्थन में कोचिंग संस्थानों को बंद करने के लिए कहा गया। थोड़ी ही देर में हजारों की संख्या में छात्र-छात्राओं की भीड़ आयोग के गेट पर जमा हो गयी।
पांचों गेटों पर जमे रहे प्रदर्शनकारी
अपरान्ह बाद प्रतियोगी छात्रों ने अपनी रणनीति को बदला। सभी गुटों में बटकर प्रदर्शन करने लगे। वार्ता के लिए कोई अधिकारी नहीं आया तो लोक सेवा आयोग के सभी पांच गेटों पर अभ्यर्थियों की भीड़ जमने लगी। नारेबाजी होती रही रही। सबकी निगाहे आयोग के गेट नम्बर छह पर थी कि शायद आयोग के अध्यक्ष अपने कार्यालय से बाहर निकले। एसीपी समेत अन्य अधिकारी भी देर शाम तक लोक सेवा आयोग चौराहे पर पूरी फोर्स के साथ डटे रहे। अप्रिय घटना की रोकथाम के लिए सुबह से ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां गेट नम्बर दो पर खड़ी थी। माइक लेकर छात्रों का रेला भी अपने आन्दोलन को धार दे रहा था। छात्रों का गुस्सा बढ़ता देख पुलिस के अधिकारी भी माइक लेकर शान्ति बनाये रखने की अपील करते रहे। शाम साढ़े पांच बजे तक आयोग के सभी पांचों गेट पर छात्र-छात्राओं की भीड़ जुटी रही।

आरओ, एआरओ एवं पुलिस परीक्षा रद्द करे सरकार
रोजगार के सवाल पर 74 दिन दिन भी युवा मंच के सदस्यों का प्रदर्शन जारी रहा। पत्थर गिरजाघर धरना स्थल पर युवा मंच ने प्रस्ताव पारित किया। कहा पूर्व में भर्तियों में हुई धांधली व पेपर लीक मामलों में कोई काररवाई नहीं हुयी है। जिस तरह से आरओ, एआरओ व पुलिस परीक्षा में धांधली हुई है। युवाओं में आक्रोस बढ़ा है। लाखों युवाओं के भविष्य से जुड़े इतने गंभीर मामले में सरकार चुप हैं। युवा मंच ने आरओ, एआरओ और पुलिस भर्ती पेपर लीक प्रकरण में पुनर्परीक्षा आयोजित कराने की मांग की है। छात्रों की मांगों का पुरजोर समर्थन करते हुए करते शांतिपूर्ण व लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करने की अपील की गई है। युवा मंच की ओर से राज्यपाल को एक पत्र प्रेषित किया गया है। जिसमें पेपर लीक प्रकरण में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। लोक सेवा आयोग के सचिव को तत्काल निलंबित करने एवं अध्यक्ष से इस्तीफा दिलाने का भी अनुरोध किया गया है। धरना में युवा मंच संयोजक राजेश सचान अध्यक्ष अनिल सिंह, तेजेश सिंह, ब्रह्म सेन, ओम प्रकाश आदि शामिल रहे।

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