दरार भरने के लिए होगा ट्रीटमेंट
उत्तराखंड के रामनगर में मौजूद गर्जिया मंदिर के कपाट 10 मई से बंद हो रहे हैं। इसके साथ ही इस दौरान कोसी नदी में स्नान पर भी रोक लगा दी गई है।
गर्जिया मंदिर में पिछले डेढ़ साल से मंदिर के टीले पर दरारें दिखाई दे रही है। जिसको ठीक करने के लिए ट्रीटमेंट कार्य किया जा रहा है। इसी के चलते 10 से 30 मई के बीच गर्जिया देवी मंदिर में पूजा-अर्चना नहीं होगी। इस दौरान मंदिर के कपाट बंद रहेंगे। बता दें कि पुलिस प्रशासन, वन विभाग, मंदिर समिति के पदाधिकारियों के बीच बैठक हुई जिसके बाद ये फैसला लिया गया है.
बताते हैं कि 2010 की बाढ़ के
बाद से मंदिर का टीले में दरार आ रही है। तब से लेकर अब तक हर बरसात के मौसम में टीले में दरार बढ़ रही है। मिट्टी का ये टीला लगातार कमजोर होता जा रहा है. जिस कारण गंगा स्नान मेले के दौरान भी मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए बंद रखा गया था। पिछले साल से मंदिर का ट्रीटमेंट करवाए जाने की मांग की जा रही थी। मार्च में ही मंदिर के ट्रीटमेंट का काम शुरू किया जाना था। शासन ने मंदिर के ट्रीटमेंट के लिए 5.79 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे। लेकिन आचार संहिता लगने के बाद ये काम रूक गया। अब चुनाव संपन्न होने के बाद इस काम को दोबारा शुरू किया जाएगा। बता दें कि मंदिर के टीले की सुरक्षा और मरम्मत का काम सिंचाई विभाग करेगा।