डॉ. बाल वीर सिंह (कृषि वैज्ञानिक )

गर्मियों का मौसम कृषि के लिए कई चुनौतियां लेकर आता है, जैसे उच्च तापमान, जल की कमी और मिट्टी की गुणवत्ता में गिरावट। ऐसे में, हमें ऐसी खेती की तकनीकों पर ध्यान देना चाहिए जो न केवल इन चुनौतियों का सामना कर सकें, बल्कि टिकाऊ और लाभदायक भी हों। हाइड्रोपोनिक्स और एक्वापोनिक्स ऐसी ही दो आधुनिक खेती प्रणालियां हैं जो गर्मियों में विशेष रूप से उपयोगी हो सकती हैं।

हाइड्रोपोनिक्स एक ऐसी खेती विधि है जिसमें पौधों को बिना मिट्टी के, पोषक तत्वों से भरपूर पानी में उगाया जाता है। इस तकनीक में, पानी और पोषक तत्वों का नियंत्रित और कुशल उपयोग किया जाता है, जिससे पानी की खपत कम होती है और पौधों की वृद्धि तेज होती है। हाइड्रोपोनिक्स सिस्टम को विभिन्न प्रकार के तरीकों से स्थापित किया जा सकता है, जैसे डीप वाटर कल्चर, नट्रिएंट फिल्म तकनीक और ड्रिप सिस्टम। इस विधि में, पौधों को ग्रोथ मीडिया जैसे पर्लाइट, कोकोपीट या रॉकवूल में उगाया जाता है और पोषक तत्वों को पानी में घोलकर नियमित रूप से दिया जाता है।

एक्वापोनिक्स, हाइड्रोपोनिक्स का एक उन्नत रूप है, जो मछली पालन और पौधों की खेती को एकीकृत करता है। इस प्रणाली में, मछलियों के अपशिष्ट पदार्थ पानी में पोषक तत्वों का एक प्राकृतिक स्रोत प्रदान करते हैं, जो पौधों के लिए उपयोगी होते हैं। बदले में, पौधे पानी को फ़िल्टर करके मछलियों के लिए स्वस्थ वातावरण बनाते हैं। इस सहजीवी संबंध से पानी, उर्वरक और स्थान का कुशलतम उपयोग होता है। एक्वापोनिक्स सिस्टम में सामान्यतः तिलापिया, कार्प या कैटफ़िश जैसी मछलियों के साथ पत्तेदार सब्जियों, जड़ी-बूटियों और फलों को उगाया जा सकता है।

गर्मियों में हाइड्रोपोनिक्स और एक्वापोनिक्स का उपयोग करने के कई लाभ हैं। चूंकि ये प्रणालियां नियंत्रित वातावरण में काम करती हैं, इसलिए पौधों को तापमान और धूप के तनाव से बचाया जा सकता है। इन तकनीकों में पानी का पुन: उपयोग और रीसायकलिंग होती है, जिससे जल संरक्षण में मदद मिलती है – जो गर्मियों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। हाइड्रोपोनिक्स और एक्वापोनिक्स में कीटों और रोगों का खतरा कम होता है, जिससे रासायनिक कीटनाशकों और फफूंदनाशकों की आवश्यकता कम होती है। इसके अलावा, ये विधियां सीमित स्थान में अधिक उपज प्रदान करती हैं, जिससे छोटी जमीन वाले किसान भी इनका लाभ उठा सकते हैं।

हालाँकि, इन प्रणालियों को शुरू करने के लिए प्रारंभिक निवेश और तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता हो सकती है। लेकिन समय के साथ, ये खेती के तरीके लागत प्रभावी और लाभदायक साबित हो सकते हैं। नई तकनीकों को अपनाने और प्रशिक्षण लेने के इच्छुक किसानों के लिए हाइड्रोपोनिक्स और एक्वापोनिक्स एक आकर्षक विकल्प हो सकते हैं।

गर्मियों में हाइड्रोपोनिक्स और एक्वापोनिक्स खेती को अपनाकर, आप न केवल चुनौतीपूर्ण मौसम की स्थिति का सामना कर सकते हैं, बल्कि साल भर ताजा और पौष्टिक उपज भी प्राप्त कर सकते हैं। ये टिकाऊ खेती प्रणालियाँ हमारे प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में भी योगदान दे सकती हैं। मुझे उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए प्रेरणादायक होगी और आप भी इन आधुनिक खेती तकनीकों को अपनाने पर विचार करेंगे।

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