यूपी के उप मुख्यमन्त्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ महाकुंभ 2025 के लिए भी चर्चा
प्रयागराज,भारत
भारत में आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित ‘पुरी पीठ’ के शंकराचार्य जगद्गुरु स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ ने कहा है कि अयोध्या में श्री रामजन्म भूमि मन्दिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद दुनिया के हालात बदलेंगे और भारत विश्व पटल पर दैदीप्यमान होगा.
जगद्गुरु ने भारत के प्रधान मन्त्री नरेंद्र मोदी को विश्व का योग्यतम नेतृत्वकर्ता बताते हुए कहा कि भारत में असम्भव से दिखने वाले दो कार्य करके खुद को साबित किया है; एक धारा 370 की समाप्ति और दूसरा अयोध्या नगरी में श्रीराम जन्म भूमि पर भव्य मन्दिर निर्माण. यह दोनों कार्य भारत वासी लम्बे समय से चाहते थे. श्री राम मन्दिर के लिए सैकड़ों साल संघर्ष चला और तमाम भक्तों की कुर्बानी हुई. अब 22 जनवरी 2024 को जैसे ही श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा होगी, भारत का मानस अपने वैभव की पूर्णता की ओर बढ़ना शुरू कर देगा. भारत की संस्कृति और उसके वसुधैव कुटुम्बकम् के भाव की स्वीकार्यता दृढ़ होगी.
संगम नगरी से 35 किलोमीटर दूर सोराँव इलाके में एक दैनिक समाचार पत्र की स्थापना के दो दशक पूरे होने के अवसर पर जगद्गुरु आशीर्वचन देने के लिए पधारे थे इस दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमन्त्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ उन्होंने आगामी महाकुम्भ 2025 को भव्यता प्रदान करने के बाबत चर्चा की. जगद्गुरु ने श्री मौर्य के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रयागराज में 2019 का कुम्भ श्री मौर्य के स्थानीय नेतृत्व में जोरदार ढंग से हुआ था. इस आयोजन ने देश दुनिया में प्रतिष्ठा हासिल की थी.
जगद्गुरु ने कहा कि ठीक उसी तरह श्री मौर्य को प्रयागराज के निवासी होने के नाते महा कुम्भ 2025 को पिछले आयोजन से ज्यादा भव्य बनाने के लिए अपनी सरकार के तंत्र को और तेजी से सक्रिय रखना होगा. श्री मौर्य ने जगद्गुरु को आश्वस्त किया कि महाकुंभ को पूरी दुनिया का बेहतर आयोजन बनाने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से समर्पित है और धार्मिक नेताओं से परामर्श से पूरी रूपरेखा तय की जाएगी.
इस समारोह में पधारने के अवसर पर शहर के जन प्रतनिधियों ने जोरदार स्वागत किया. कार्यक्रम का संयोजन और अतिथि सत्कार समाचार पत्र के समूह सम्पादक मनोज मिश्र ने किया.
बांग्लादेश, भूटान, थाईलैंड, नेपाल समेत आधा दर्जन देशों की धार्मिक यात्रा के बाद पधारे जगद्गुरु के अभिन्दन के लिए सैकड़ों स्थानीय लोग आये जिनमें भारी संख्या में विधायक, विधान परिषद के सदस्य, ग्राम प्रधान और जिला पंचायत के अनेक सदस्य मौजूद रहे.