पहली बार क्यू आर कोड से होगी कक्ष निरीक्षकों की पहचान

2.7 लाख सीसीटीवी कैमरों से बोर्ड करेगा परीक्षा केंद्रों की निगरानी

परीक्षा केंद्रों की ऑनलाइन निगरानी के लिए कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का होगा विस्तार

जनवरी, प्रयागराज.

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की प्राथमिकता यूपी बोर्ड परीक्षा संपन्न कराने के स्तर पर निरंतर सुधार किया जा रहा है । नकल विहीन परीक्षा संपन्न कराने के लिए सरकार कई काम कर रही है। पिछले शैक्षिक सत्र में सरकार की सख्ती की वजह से 30 वर्षों में पहली बार बोर्ड परीक्षा बिना पेपर लीक या मास कॉपी के सकुशल सम्पन्न कराई गयी । नए शैक्षिक सत्र के लिए भी सरकार ने नकल पर नकेल कसने के लिए कई सुधार किए हैं जिसमे तकनीकी के उपयोग को अहमियत दी गई है।

पहली बार क्यूआर कोड से पहचाने जाएंगे कक्ष निरीक्षक

यूपी की सत्ता संभालते ही प्रदेश की योगी सरकार ने शिक्षा माफियाओं पर शिकंजा कसा है । यूपी बोर्ड की परीक्षा में नई तकनीकी के प्रयोग भी किए गए हैं।
बोर्ड परीक्षा नकल विहीन कराने के लिए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने बड़ा बदलाव किया है। जिससे अब कक्ष निरीक्षकों की मनमानी नहीं चल सकेगी। यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल बताते हैं कि यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के कक्ष निरीक्षकों का पूरा ब्योरा तैयार किया जा रहा है ।इसके लिए यूपी बोर्ड कक्ष निरीक्षकों को क्यूआर कोड एवं क्रमांकयुक्त कंप्यूटराइज्ड परिचय पत्र देगा। उनकी तैनाती जिला विद्यालय निरीक्षक को तय करनी होगी। यूपी बोर्ड में ऐसी व्यवस्था पहली बार होने जा रही है।यह परिचय पत्र परीक्षा प्रारंभ होने से एक सप्ताह पहले माध्यमिक शिक्षा परिषद के पोर्टल पर अपलोड कर उनके आबंटित परीक्षा केंद्रों का विवरण अंकित कर संबंधित कक्ष निरीक्षकों को दिया जाएगा।
यूपी बोर्ड में इससे पहले कक्ष निरीक्षकों को हाथ से लिखा परिचय पत्र दिया जाता था। यूपी बोर्ड की परीक्षा में करीब 2.79 लाख कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी लगाई जाएगी।

पौने तीन लाख सीसीटीवी कैमरों से होगी निगरानी

योगी सरकार ने यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल माफियाओं पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इस शैक्षिक सत्र -2024 में नकल माफिया पर नकेल कसने के लिए बोर्ड की तरफ से विशेष तैयारियां हो हैं। बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला बताते हैं कि 22 फरवरी से शुरू हो रही हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए पौने तीन लाख सीसीटीवी कैमरों का प्रयोग किया जाएगा जो वाइस रिकॉर्डर युक्त होंगे। इन सभी सीसीटीवी कैमरों का लिंक बोर्ड मुख्यालय के पास होगा।
गौरतलब है कि यूपी बोर्ड की परीक्षा में इस बार 56 लाख से अधिक परीक्षार्थी हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। परीक्षा केंद्रों में नकल रोकने के लिए इस बार बोर्ड की तरफ से परीक्षा केंद्रों और विद्यालयों में बने स्ट्रांग रूम की निगरानी के करीब करीब पौने तीन लाख सीसीटीवी कैमरों की मदद ली जाएगी । इसके साथ ही यूपी बोर्ड मुख्यालय प्रयागराज और लखनऊ के शिविर कार्यालय में भी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर बनाया जाएगा। जिससे दोनों ही स्थानों से किसी भी समय किसी भी सेंटर के कक्षों का ऑनलाइन निरीक्षण किया जा सके। बोर्ड की तरफ से इस बार परीक्षा के लिए पूरे प्रदेश में कुल 8264 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसमें सबसे अधिक परीक्षा केंद्र प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत बनाया गया है। प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत आने वाले जिलों में कुल 2408 परीक्षा केंद्र बनाए गए है। परीक्षा केंद्रों की निगरानी के लिए इन सभी परीक्षा केंद्रों में लगे सीसीटीवी कैमरों का लिंक बोर्ड मुख्यालय से जोड़ा जाएगा।

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