लखीमपुर खीरी। बसपा ने युवा चेहरे पर दांव खेलकर सबको चौंका दिया है। पार्टी ने गाजियाबाद सीट से अचानक टिकट काटकर अंशय कालरा को खीरी सीट से उम्मीदवार बनाया है। अंशय कालरा पंजाबी समाज से आते हैं। अचानक पार्टी के इस निर्णय से सभी हैरान हैं।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने तिकुनिया हिंसा को ध्यान में रखते हुए खीरी लोकसभा सीट पर ये दांव खेला है। कौशांबी निवासी अंशय कालरा को यहां से प्रत्याशी बनाया है। पंजाबी कार्ड के जरिये तिकुनिया हिंसा से नाराज सिख समाज और किसानों को एकजुट कर उसका लाभ लेने की बसपा की रणनीति से राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा हो गई है।
बसपा के जिला कार्यालय में आयोजित जिला कार्यकर्ता सम्मेलन में कोआर्डिनेटर बीआर आंबेडकर ने पार्टी सुप्रीमो मायावती के इस निर्णय को सार्वजनिक कर अंशय कालरा के टिकट की घोषणा कीतो जिले की राजनीत और गरम हो गई। टिकट की घोषणा के बाद कोआर्डिनेटर ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि खीरी सीट की जनता के साथ सरकारों ने अन्याय किया है। उन्हें बेरहमी से गाड़ियों से कुचलवाया गया। इसीलिए मायावती ने खीरी लोकसभा क्षेत्र के लोगों को अत्याचार से मुक्त कराने और यहां के विकास के लिए अंशय कालरा को प्रत्याशी बनाया है। इस बीच अंशय कालरा ने कहा कि वह किसानों की धरती से अपनी राजनीति की शुरुआत कर रहे हैं।

अंशय को पहले गाजियाबाद से मिला था टिकट
अंशय मूलरूप से कौशांबी के निवासी हैं। पहले बसपा ने उन्हें वीआईपी सीट गाजियाबाद से मैदान में उतारा था, लेकिन टिकट घोषणा के 72 घंटे में निर्णय बदल दिया। अंशय के दिल्ली, एनसीआर में कंस्ट्रक्शन समेत कई व्यवसाय हैं। कार्यकर्ता सम्मेलन में मंडल के वरिष्ठ नेताओं के अलावा बड़ी संख्या में जिले के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

भाजपा और सपा भी घोषित कर चुकी है प्रत्याशी 
खीरी सीट से भाजपा ने मौजूदा सांसद एवं केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को फिर से उम्मीदवार बनाया है। वहीं, सपा ने उत्कर्ष वर्मा पर दांव खेला है। उत्कर्ष वर्मा पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। 

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