पाकिस्तान में मतदान के कई दिनों बाद भी यह तय नहीं हो पाया है कि सरकार किसकी बनेगी. माना जा रहा था कि नवाज शरीफ सेना की मदद से भारी बहुमत से चुनाव जीतेंगे लेकिन जनता ने सेना और नवाज शरीफ के मंसूबों पर पानी फेर दिया है.

पाकिस्तान में 8 फरवरी को हुए आम चुनाव के मतदान से पहले कहा जा रहा था कि लंदन में निर्वासन के बाद देश वापस लौटे नवाज शरीफ आसानी से जीत जाएंगे और चौथी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनेंगे. नवाज शरीफ को सेना का भारी समर्थन हासिल था लेकिन चुनाव के नतीजों से बाजी पलट गई. इमरान खान की पार्टी पीटीआई को चुनाव से दूर रखने की हर कोशिश नाकाम साबित हुई और पार्टी के समर्थन से निर्दलीय लड़ रहे उम्मीदवारों ने आम चुनाव में सबसे अधिक सीटें हासिल की हैं.

हालांकि, न तो पीटीआई और न ही नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज को बहुमत मिला है. पाकिस्तान आम चुनाव के नतीजे आए कई दिन बीत गए हैं लेकिन अभी तक सरकार बनाने को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो पा रही है. 

पाकिस्तान के इस चुनाव में तीन बड़े दलों पीटीआई (स्वतंत्र उम्मीदवार), पीएमएल (एन) और बिलावल भुट्टो की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीएम)  ने हिस्सा लिया था. पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 366 सीटें हैं जिनमें से केवल 266 सीटों के लिए ही प्रत्यक्ष तरीके से वोटिंग होती है. 70 सीटें अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित होती हैं जिसमें 60 सीटें महिलाओं के लिए और 10 सीटें गैर-मुसलमानों के लिए होती हैं.

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