प्रयागराज ।
उत्तर प्रदेश में राज्य जीएसटी में इस निरंतर बढ़ोत्तरी हो रही है । प्रयागराज में भी लोगों का कारोबार बढ़ने से टैक्स देने वाले कर दाताओं की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। व्यापारी संगठन और कारोबारी इसे योगी सरकार की टैक्स दाताओं के लिए अपनाई गई नीति और प्रदेश में व्यापार के लिए तैयार हो रहे नया वातावरण का परिणाम मान रहे हैं ।
राज्य कर विभाग द्वारा राजस्व वसूली में बना रिकॉर्ड
प्रयागराज जनपद में राज्य कर विभाग द्वारा अप्रैल में हुई राजस्व वसूली ने कई वर्षो का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। एडिशनल कमिश्नर ग्रेड प्रथम राम कुबेर बताते हैं कि इस वर्ष ₹283.69 करोड़ की स्टेट जीएसटी की वसूली की गई है। जबकि पिछले वित्तीय वर्ष में ₹ 248.27करोड़ की वसूली हुई है। इस तरह पिछले वर्ष की अपेक्षा इस साल लगभग 36 करोड़ की अधिक वसूली हुई है। एडीशनल कमिश्नर ग्रेड वन राम कुबेर का कहना है कि अप्रैल में होने वाली राजस्व वसूली में अब तक का यह सर्वाधिक राजस्व है।
इसकी एक वजह कर चोरी करने वालों पर शासन द्वारा कसा गया शिकंजा बताया जा रहा है। प्रशासन द्वारा कर चोरी करने वालों की समीक्षा की गई और जांच के निर्देश दिए गए जिससे बढ़ोत्तरी हुई है।
सीमेंट कारोबारियों का योगदान सर्वाधिक
संपूर्ण कर संग्रह में जनपद में सीमेंट कारोबारियों से लगभग 35 प्रतिशत कर जमा हुआ है। वहीं, दूसरे नंबर पर सरिया व आटो मोबाइल सेक्टर रहा। जिन सेक्टरों से कम राजस्व प्राप्त हुआ है, उसकी सूची अधीनस्थ अधिकारियों से बनवाने का निर्देश दिया गया है। इन सेक्टरों से जुड़े कारोबारियों के दस्तावेजों को भी जांचा जा रहा है ताकि उनकी समीक्षा कर आवश्यक कार्यवाही की जाए।
भय मुक्त वातावरण और बेहतर समन्वय बनी वजह
राज्य जीएसटी की आय में वृद्धि को लेकर व्यापारियों और कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने उत्साहित करने वाली प्रतिक्रिया दी है । कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल के मुताबिक उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की व्यापार प्रोत्साहन नीति से
व्यापारियों को यह लगने लगा है कि जीएसटी के दायरे में रहकर व्यापार करने के बहुत से फायदे हैं । सरकार ने सख्ती तो की है लेकिन जो टैक्स दाता हैं उनका उत्पीड़न कही भी न हो इसका पूरा ख़याल रखा है । केवल टैक्स चोरी करने वालो पर कार्यवाही हुई है । इसके अलावा कहीं न कहीं यूपी सरकार की योजनाओं, विकास और नीति की वजह से लोगो का व्यापार बढ़ा है जिससे उनकी खर्च करने की क्षमता भी बढ़ी है उससे भी राजस्व संग्रह बढ़ा है ।