प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद की पत्नी और पचास हजार की इनामिया पत्नी शाइस्ता परवीन एक साल से फरार चल रही है। एसटीएफ और पुलिस जगह जगह शाइस्ता की तलाश में खाक छान रही है लेकिन लेडी डॉन आज तक पुलिस की गिरफ्त में नही आई । कयास ये भी लगाए जा रहे थे कि शायद शाइस्ता ईद में अपने दो बेटों से मिलने प्रयागराज आ सकती है। अतीक अहमद की कब्र पर आज सुबह ताजे फूलों की चादर चढ़ी मिली है। तो क्या अतीक अहमद के यहां से ईद की नमाज के बाद कोई आया और वह अतीक और अशरफ की कब्र पर फूल चढ़ाकर चला गया।

प्रयागराज के कलिंदीपुर इलाके की इसी कसारी मसारी कब्रिस्तान में 16 अप्रैल 2023 को माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को दफनाया गया था। जिसके बाद से यह कब्रिस्तान सुनसान था। ईद की नमाज के बाद इस कब्रिस्तान में अचानक हलचल बढ़ गई। दबे पांव लोग इसी कब्रिस्तान की इन दो कब्रों में फातेहा पढ़ने नजर आने लगे। अतीक और अशरफ की कब्र पर ताजे फूलों की चादर भी यही बता रही है की सुबह अतीक के परिवार के सदस्यों ने अतीक और अशरफ पर शायद फूलों की चादर चढ़ाई होगी।
अतीक की कब्र पर फातेहा पढ़ने आए कुछ लोगों नहीं बताया कि स्थानीय इलाके में ईद की नमाज के बाद अपने गुजर चुके परिजनों की कब्र में फातेहा पढ़ने की रवायत है। इसीलिए लोग अपनो की कब्र पर फूल चढ़ाने या फातेहा पढ़ने आते हैं। तो फिर सुबह सुबह किसने चढ़ाई अतीक और अशरफ की कब्र पर फूलों की चादर । क्या शाइस्ता परवीन या जैनब फातमा या अशरफ की ससुराल हटवा में रह रहे अतीक के दो बेटों एवम और अजान यहां आए थे। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब पुलिस को इस बात की आशंका थी की फरार चल रही शाइस्ता और जैनब यहां आ सकती है तब पुलिस ने यहां कोई पुलिस सादे कपड़ों में या गोपनीय ढंग से क्यों नही लगाई। पुलिस आसपास सीसीटीवी कैमरे भी लगा सकती थी जिससे इस कब्रिस्तान में अतीक से जुड़ी हर हरकत पर वह नजर रख सकती थी।

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