विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा उच्च शिक्षण संस्थानों में दिनाँक 12 से 18 अगस्त 2024 के मध्य “एंटी रैगिंग सप्ताह” मनाये जाने के निर्देशों के अनुपालन में मानवविज्ञान विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय में दिनाँक 12 अगस्त को विभागाध्यक्ष प्रो. राहुल पटेल द्वारा विद्यार्थियों को “एंटी रैगिंग जागरूकता शपथ” दिलाई गई। विभाग में ” एंटी रैगिंग वॉल” भी स्थापित की गई जहाँ विद्यार्थियों ने शपथ ली कि मानवविज्ञान विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विद्यार्थी (1) कभी भी किसी की रैगिंग नहीं करेंगे। (2)अपने आस-पास रैगिंग के किसी भी आपराधिक कृत्य में कभी भी शामिल नहीं होंगे और यथासंभव उसका विरोध करेंगे। (3) वह विश्वविद्यालय परिसर को रैगिंग मुक्त करने हेतु हरेक सकारात्मक प्रयास का समर्थन करेंगे और उसमें सहयोग करेंगे। (4) वह रैगिंग के मानसिक अवसाद से गुजर रहे अपने साथियों को इसके दर्द से निज़ात दिलाने हेतु निरंतर उनकी काउन्सलिंग करेंगे।

कार्यक्रम की अगली कड़ी में विभाग में “रैगिंग के दुष्प्रभाव और उसके रोकथाम हेतु सुझाव” विषयक ‘निबंध प्रतियोगिता’ तथा ‘स्लोगन लेखन’ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें विभाग के बी. ए./बी. एस. सी. तथा एम. ए./ एम.एस.सी. के विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों द्वारा बढ़-चढ़ कर सहभागिता की गई। कार्यक्रमों की अंतिम कड़ी में आज दिनाँक 14 अगस्त को विभाग में ” रैगिंग का विधिक पहलू” विषयक आमंत्रित व्याख्यान का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में इस विषय पर बोलते हुए इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विधि संकाय के प्रोफेसर डॉ अभिषेक कुमार सिंह ने कहा कि रैगिंग एक संज्ञेय अपराध है और इसमें गंभीर सजा का प्रावधान है। यू.जी. सी. इस मुद्दे पर बहुत गंभीर है और इसको जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए जरूरी है कि कोई भी विद्यार्थी इसके किसी भी स्वरूप का समर्थन न करे। रैगिंग एक सोशल एविल है जो पीड़ित को सामाजिक और मानसिक रूप से खंडित करता है अतः इसको खत्म करने के ईमानदार प्रयास होने चाहिए। व्याख्यान के बाद विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं तथा सहभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हर्षित कौशल और आकांक्षा शुक्ला ने, द्वितीय स्थान मयंक मिश्रा, प्रिया सक्सेना, श्रुति भारद्वाज ने, तृतीय स्थान शुभी दुबे, चतुर्थ स्थान सुधीर कुमार और पाँचवा स्थान शशि रंजन कुमार तथा अतुल कुमार चौधरी ने प्राप्त किया। स्लोगन लेखन में अतुल कुमार चौधरी और आकांक्षा शुक्ला को संयुक्त रूप से पहला स्थान, कनु प्रिया यादव एवं मयंक मिश्रा को संयुक्त रूप से दूसरा तथा रुद्र प्रताप को तीसरा स्थान मिला। कार्यक्रम का संचालन तीनों दिन तक विभाग के पोस्ट डॉक्टोरल फ़ेलो और को- कोऑर्डिनेटर डॉ संजय कुमार द्विवेदी ने किया। कार्यक्रम के कोऑर्डिनेटर डॉ खिरोद चन्द मोहराना ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान से किया गया।

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