डॉ. इलाक्षी शुक्ला निदेशक एक्यूरा हॉस्पिटल / छाया तिवारी
“आयुष्मान भारत” जैसा कि इसके नाम से पता चलता है, आयुष्मान का अर्थ है लंबी आयु का आशीर्वाद। यह आशीर्वाद न केवल आपके लिए बल्कि आपके परिवार के लिए भी एक पुरस्कार है.
आवश्यकता से वंचित होना पहले एक अभिशाप था लेकिन अब यह कोई दोष नहीं है.. एक वक्त था जब रोटी कपड़ा और मकान सबकी मूलभूत जरूरी हुआ करती थी लेकिन आज चिकित्सा सुविधाएं मिलना भी इसमें महत्वपूर्ण है. जीवन का अधिकार सबको है और हमारे जीवन में अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं पाना हर व्यक्ति का मौलिक अधिकार है।
भारत सरकार की आयुष्मान भारत योजना ने देश के गरीब और वंचित वर्ग को स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की है। इस योजना के तहत हर परिवार को सालाना 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर मिलता है, जो गंभीर बीमारियों के इलाज में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है।
इस योजना की वजह से देश की गरीब आबादी के जीवन में बहुत बड़ा बदलाव हुआ है।
आर्थिक बोझ से राहत
देश के निम्न मध्यम वर्ग और मध्यम वर्ग के लिए तो अपने दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए ही आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता थाइस वजह से वो अपने स्वास्थ्य को कभी प्राथमिकता दे ही नहीं पाते थे। पहले, आर्थिक तंगी के कारण मरीज इलाज में देरी करते थे या कभी-कभी इलाज ही नहीं करवा पाते थे। लेकिन आयुष्मान भारत योजना ने प्रत्येक व्यक्ति को आर्थिक बोझ से चिंता मुक्त कर स्वास्थ्य प्राथमिकता के लिए पहल करने के लिए सक्षम बनाया। अब व्यक्ति आयुष्मान योजना के तहत मुफ्त इलाज की सुविधा मिलने से अब वे बिना किसी आर्थिक चिंता के अपना इलाज करवा रहे हैं।
बेहतर इलाज की उपलब्धता
आज के समय में व्यक्ति के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों ही आवश्यक होने के साथ-साथ मुश्किल भी हो गये है। निम्न मध्यम वर्ग के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी और उनका लाभ लेना भी बहुत कठिन होता है ऐसे में इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण आशा बहनो के मध्यम से कार्ड बनाए जाने की सुविधा हो या जन सेवा केंद्रों के मध्यम से इसकी जानकारी और कार्ड बनाने की सुविधा ने हर वर्ग के लिए बेहतर इलाज और बेहतर हॉस्पिटल्स की उपलब्धता में बहुत सहयोग किया है।
इस योजना के तहत सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलती है। इससे मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हो रही हैं।
स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच में सुधार
ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच हमेशा से देश के सामने बड़ी चुनौती रही है। इसलिए प्रत्येक क्षेत्रों में जनसेवा केंद्रों के मध्यम से और आशा के मध्यम से स्वास्थ्य सम्बन्धी सूचनाएं और जानकारी प्रदान की जाती है साथ ही आयुष्मान योजना के तहत अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिससे इन क्षेत्रों के लोगों को भी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल पा रही हैं।
स्वास्थ्य जागरूकता में वृद्धि
इस योजना ने गरीब और वंचित वर्ग के बीच स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा दिया है। अब लोग अपनी सेहत के प्रति अधिक जागरूक हो रहे हैं और समय पर चिकित्सा परामर्श और उपचार ले रहे हैं। इससे गंभीर बीमारियों का शुरुआती चरण में ही निदान और उपचार संभव हो पाया है।
बीमारियों से बचाव और रोकथाम
योजना के तहत होने वाले नियमित स्वास्थ्य जांच और उपचार ने कई गंभीर बीमारियों के प्रसार को रोकने में मदद की है। इससे न केवल मरीजों की सेहत में सुधार किया है बल्कि उनके परिवारों की आर्थिक स्थिति को भी स्थिर किया है।
मनोवैज्ञानिक और सामाजिक लाभ
गरीब वर्ग के लोगों को इस योजना से मानसिक और सामाजिक लाभ भी मिला है। आर्थिक बोझ कम होने से उनका आत्मविश्वास बढ़ा है और वे समाज में सम्मान पूर्वक जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
आयुष्मान योजना ने न केवल मरीजों को बल्कि चिकित्सकों को भी प्रेरित किया है। गरीबों की मदद करने का यह अनुभव अत्यंत संतोषजनक है। यह योजना उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
आयुष्मान भारत योजना गरीबों के लिए वरदान साबित हो रही है। यह योजना उनके जीवन को बेहतर और स्वस्थ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।