प्रयागराज, बीपी सिंह
7 बार सांप के काटने और 9 वें बार काटने पर मौत हो जाने की कहानी झूठ का पुलिन्दा निकली. फतेहपुर के युवक विकास दुबे के मामले में सीएमओ की जाँच रिपोर्ट शाम को सामने आ गई.
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के मालवा के पास गांव सौरा गाँव का निवासी विकास दुबे एक माह से सोशल मीडिया में सुर्खियों में है. उसने यह कहानी बताई कि एक ही सांप ने उसे बार- बार 7 दफा काटा. उसे सपना आया है कि आठ बार तक वह बचेगा और नवी बार काटते ही वह मर जाएग.इस कहानी से सोशल सनसनी फैल गई. एक बार ह सांप का शिकार हुआ विकास दुबे इस वक्त राजस्थान में बालाजी मेहंदी के दरबार में हाजिरी लगा रहा है. सोशल मीडिया में उसके बारे में ऐसी बातें कहीं जा रही हैं कि उसे अब तक जून से जुलाई तक उसे सात बार सांप काट चुका है फतेहपुर के एक निजी अस्पताल में उसका इलाज हुआ है. तमाम निगरानी में रखे जाने के बाद भी शहर बदले जाने के बाद भी एक ही सांप से बार-बार काट रहा है. विकास दुबे कहता है और उसके परिवरीजन इस बात का समर्थन करते रहे कि उसे सात बार सांप ने काट लिया है. जब उसे तीन बार सांप काट चुका था तो फतेहपुर शहर में उसकी मौसी के घर से रखा गया और उसने वहां भी कहा कि उसे एक बार सांप ने काटा है.
जब मामला जिला अधिकारी के संज्ञान में और सीएमओ डॉक्टर विजय गिरी ने जांच टीम बैठाई तो पता चला कि इलाज करने वाले डॉक्टर ने विकास दुबे की इलाज की हिस्ट्री सीट ही नहीं बनाई थी.एक बार सांप काटने पर उसे एंटी वेनम लगाया गया और इसके बाद क्या इलाज हुआ इसकी खबर नहीं मिली.पूरे गांव में शोर मचा रहा उसके घर के निगरानी बढ़ा दी गई. जहां वह बैठता सोता वहां सीसीटीवी कैमरे और लेकर लोगों को सांप की निगरानी के लिए लगा दिया गया लेकिन विकास दुबे लगातार कहता रहा उसे सांप ने काटा है और घर वालों को साफ दिख नहीं सांप सिर्फ विकास को दिखता था.15 जुलाई की शाम को सीएमओ डॉक्टर गिरी ने जांच रिपोर्ट का खुलासा कर दिया उन्होंने कहा कि युवक एक मनोरोग से पीड़ित है उसे एक बार ही सांप ने काटा है और बार-बार लगता है कि वह सर्वप्रथम का शिकार हो रहा है. जिस दिन से जांच शुरू हुई विकास दुबे और उसके चाचा धीरेंद्र द्विवेदी परिवार के कुछ दूसरे सदस्यों के साथ राजस्थान के बालाजी मेहंदी सरकार में है शाम 7:00 बजे जब विकास दुबे के चाचा से पूछा कि उसकी हालत कैसी है तो उन्होंने कहा मंदिर में दर्शन करने के बाद वह विस्तार से बात बताएंगे हम उनके चाचा का भी बयान आप तक लेंगे इसके पहले फतेहपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी की रिपोर्ट ने दूध का दूध पानी का पानी कर दिया है.
बावजूद कम वह कहते हैं कि युवक के लौट के आने के बाद उसके मानसिक दशा की पूरी जांच कराई जाएगी.
प्रयागराज के प्रसिद्ध मनोरोग व्यवहार विशेषज्ञ डॉक्टर विवेक कटियार ने संडे मेल से कहा कि इस तरह की चीज इस तरह के विचार इस तरह के ख्याल किसी के दिमाग में आना और बार-बार आना यह किसी न किसी रोग की ओर इशारा करता है विकास दुबे के परिजनों को उसकी पूरी सच्चाई बतानी चाहिए उसका व्यवहार कैसा है वह लोगों से घर में और समाज में किस तरह से बात बर्ताव करता है नशे का शिकार तो नहीं है डॉक्टर कटिहार कहते हैं कि बचपन से लेकर युवावस्था तक विकास दुबे का व्यवहार कैसा रहा है इसकी जानकारी करने के बाद उसे कौन सा रोग हो सकता है यह बताया जा सकता है और मनोरोग के जटिल से डिटेल लोगों का इलाज अब मेडिकल व्यवस्था में संभव हो रहा है

युवक स्नेक फोबिया का शिकार, करेंगे मनोरोग उपचार: सीएमओ
-सीएमओ राजीव नयन गिरि ने बताया कि जांच टीम ने हर बिंदु की पड़ताल की है, जांच के आधार पर यह निकल कर आया है कि युवक सिर्फ पहली बार ही सर्पदंश का शिकार हुआ। शेष छह बार वह स्नेक फोबिया का शिकार हो गया। इसका शिकार होने पर मरीज वही चीजें देखने लगता है जो पहली बार उसके साथ हो चुकी है। उसी हिसाब से दिमाग और बाडी भी कार्य करती है। युवक मनोरोग का शिकार है, जैसे ही धार्मिक यात्रा से लौटेगा उसका मनोरोग चिकित्सक से उपचार कराया जाएगा। स्वजन की काउंसलिंग भी की जाएगी।

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