माउंटेन रेलवे पर शानदार यात्रा अनुभव को पुनर्जीवित करेगा
मध्य रेल का माथेरान सबसे पसंदीदा अवकाश स्थलों में से एक है और टॉय ट्रेन सेवाएं मध्य रेल द्वारा नैरो गेज लाइन पर चलाई जाती है। नेरल से माथेरान तक पहाड़ों पर घूमना हर पर्यटक का सपना होता है।
टॉय ट्रेन सेवाएं बेहद लोकप्रिय है। पिछले सप्ताह 10 से 16 मई के दौरान नेरल से माथेरान तक यात्रा करने वाले 1,481 यात्रियों ने 99% और माथेरान से नेरल तक यात्रा करने वाले 1,304 यात्रियों ने 88% की ऑक्यूपेंसी दर्ज की है।
नेरल-माथेरान लाइट रेलवे, जो भारत के कुछ हेरिटेज माउंटेन रेलवे में से एक है, ने 1907 में स्टीम इंजन द्वारा शुरू की गई पहली टॉय ट्रेन सेवा के साथ 116 गौरवशाली वर्ष पूरे कर लिए हैं।
अब मध्य रेल नेरल-माथेरान खंड पर वर्तमान डीजल चालित इंजन को हेरिटेज स्टीम इंजन का लुक देकर इस नैरो गेज रेलवे के गौरवशाली अतीत को पुनर्जीवित करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
मध्य रेल के परेल वर्कशॉप में इंजीनियरों और तकनीशियनों की एक विशेष टीम संशोधन करने, स्टीम इंजन हुड का एक मॉडल बनाने और आवश्यक बदलाव करने के लिए रातों दिन काम कर रही है। ताकि इंजन के सुचारू संचालन को सुनिश्चित किया जा सके और हेरिटेज लुक को भी बनाए रखा जा सके।
हेरिटेज लुक देने की पूरी प्रक्रिया में कई तकनीकी प्रक्रियाएं शामिल थीं, जिनमें मौजूदा इंजन के हुडों को हटाना, नए हेरिटेज स्टीम लोको जैसे हुड का निर्माण और फिटिंग, वर्तमान डीजल इंजन में संशोधन, स्टीम वाष्प और ध्वनि उत्पादन प्रणाली की फिटिंग शामिल थी। अंत में इंजन को नए हेरिटेज हुड से रंगना और आवश्यकता के अनुसार स्टिकर से सजाना।
नेरल-माथेरान रेलवे का निर्माण 1904 में शुरू हुआ और दो फीट गेज लाइन अंततः 1907 में यातायात के लिए खोल दी गई। एहतियात के तौर पर, लाइन मानसून के दौरान बंद रहती है, हालांकि, अमन लॉज और माथेरान के बीच शटल सेवाएं मानसून में भी चलती रहती हैं।
मध्य रेल ने अपने यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए इस खंड पर कई बुनियादी ढांचे के काम किए हैं और पर्यटकों के लिए स्लीपिंग पॉड्स पेश करने के लिए पूरी तरह तैयार है, जो अधिकतम आराम और गोपनीयता प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो मोबाइल चार्जिंग सुविधाओं, लॉकर जैसी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। कक्ष सेवाएं, फायर अलार्म, इंटरकॉम सिस्टम, डीलक्स शौचालय और बाथरूम सुविधाएं, आदि।
यह पहल न केवल पर्यटकों के समग्र अनुभव को बढ़ाएगी बल्कि पर्यटन को बढ़ावा देने और रोजगार के अवसर प्रदान करके स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी।
नेरल-माथेरान की सवारी अब हेरिटेज ट्रेन में यात्रा करने, प्रकृति को करीब से देखने और माथेरान के प्राकृतिक वातावरण की शांति में डूबने का रोमांच प्रदान करेगी।