प्रयागराज. इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मानवविज्ञान विभाग के बीए और बीएससी तृतीय वर्ष मानव विज्ञान के विद्यार्थियों सहित 37 सदस्यीय शोध दल ने उत्तराखंड की भोक्सा जनजाति पर मानववैज्ञानिक क्षेत्रकार्य किया जा रहा है।
विभागाध्यक्ष प्रो. राहुल पटेल के नेतृत्व में उक्त क्षेत्रकार्य भोक्सा जनजाति के समग्र अध्ययन पर आधारित है। शोधदल का प्रयास है कि अपने अध्ययन के परिणामों के आधार पर कुछ ऐसी नीतियों को सुझाया जाए जिससे भोक्सा समाज अपनी खोई हुई पहचान को पुनः स्थापित कर सके। इसी क्रम में आज 5 जून 2024 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मानवविज्ञान विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के 37 सदस्यीय शोधदल के सदस्यों ने भोक्सा जनजाति की महिलाओं और पुरुषों के साथ ग्राम “मेहूवाला खालसा” में पौधरोपण किया। गढ़वाल मंडल विकास निगम के प्रांगण में शोधदल ने रुद्राक्ष का पौधा रोपित किया एवं बालूवाला” में भी आम के पौधे रोपे।
“वन हैं तो हम हैं” की विचारधारा के तहत
विश्वविद्यालय के आउटरीच गतिविधियों को बढ़ावा देने के विचारों के अनुपालन में आई. क्यू. ए. सी., इलाहाबाद विश्वविद्यालय के तत्त्वावधान में उत्तराखंड में मानववैज्ञानिक क्षेत्रकार्य के साथ इस इवेंट को किया गया। इस अवसर पर मेहूवाला खालसा के ग्राम्य विकास अधिकार हृषिकेश मिश्रा, बालूवाला के ग्राम्य विकास अधिकारी चमन नौटियाल, अनिल शर्मा, आई.सी.एस.एस.आर. नई दिल्ली के पोस्ट डॉक्टोरल फ़ेलो डॉ संजय कुमार द्विवेदी, अमिता, विनय, वीरपाल और अनेक भोक्सा सदस्य उपस्थित रहे। उत्तराखंड सरकार के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों आई. ए. एस. ईवा आशीष श्रीवास्तव, आई. ए. एस. आशीष श्रीवास्तव तथा प्रख्यात मानवविज्ञानी प्रो. विजय शंकर सहाय का विशेष सहयोग और मार्गदर्शन इस शोधदल को प्राप्त हुआ।