उत्तर प्रदेश में महिला सिपाही के साथ रंगरलियां मनाना एक पुलिस उपाधीक्षक को बहुत भारी पड़ गया। प्रदेश सरकार ने उन्हें डिप्‍टी एसपी से डिमोट कर सिपाही बना दिया है और पीएसी में सिपाही के पद पर तैनात कर दिया है।

यह पूरा मामला साल 2021 का है।  उन्‍नाव के बीघापुर के तत्‍कालीन सीओ कृपा शंकर कनौजिया ने एसपी से छुट्टी मांगी थी, सीओ कृपा शंकर कनौजिया  अपना सीयूजी और पर्सनल मोबाइल नंबर बंद करके गायब हो गए थे, इस दौरान जब उनकी पत्‍नी ने फोन मिलाया तो फोन बंद आया जिस पर पत्‍नी ने किसी अनहोनी की आशंका जताते हुए पुलिस अधीक्षक से शिकायत की।

दरअसल उन्नाव में तैनात सीओ कृपा शंकर कन्नौजिया एसपी उन्नाव से बेटी की शादी के बहाने छुट्टी लेकर घर जाने की बात कहकर निकले थे। अति सतर्कता में उन्होंने गलती यह कर दी कि अपने सभी मोबाइल फोन बंद कर दिए। रात में उनकी पत्नी ने नंबर मिलाए तो सभी बंद मिले। ऐसे में उन्होंने अनहोनी होने की आशंका में एसपी उन्नाव को फोन कर दिया। एसपी ने सर्विलांस टीम को सक्रिय किया। उसने आधी रात के बाद सीओ को महिला सिपाही के साथ कानपुर के  माल रोड स्थित एक होटल में पाया।

सीओ करीब चार बजे  एक महिला सिपाही के साथ कानपुर के माल रोड स्थित होटल पहुंचे और वहां किराये का कमरा लेकर ठहर गए। महिला सिपाही भी उन्नाव के बीघापुर सर्किल के एक थाने में ही तैनात थी । जब जांच टीम होटल पहुंची तो पाया कि सीओ कृपा शंकर कनौजिया छुट्टी लेकर एक महिला सिपाही के साथ रंगरेलियां मना रहे थे, उन्‍हें रंगे हाथ पकड़ा गया था, इसके बाद उन्‍हें निलंबित कर पूरे मामले की जांच कराई गई, इस मामले में यूपी पुलिस की क‍िरकिरी भी हुई थी।

सीओ और उनकी महिला सिपाही मित्र ने होटल में अपने-अपने पहचान पत्र दिए थे। उम्र में बहुत अधिक अंतर न होने की वजह से होटल प्रबंधक भी माजरा भांप नहीं पाए। सीओ ने पुलिस से जुड़ी अपनी पहचान भी गुप्त रखी थी। उन्नाव पुलिस ने सीओ और महिला सिपाही से पूछताछ की। दोनों बालिग हैं। उन्होंने होटल बुक कराते समय पहचान पत्र दिए थे और सीओ अवकाश पर थे, इसलिए पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और पूछताछ व कुशलक्षेम लेकर लौट गई। हालांकि, सुबूत के तौर पर उन्नाव पुलिस सीओ से जुड़े वीडियो अपने साथ ले गई । होटल में प्रवेश करते समय सीओ और उनकी महिला मित्र सीसीटीवी कैमरे में शाम चार बजे कैद हुए थे।

अब जांच रिपोर्ट के आधार पर लखनऊ में अपर पुलिस महानिदेशक के आदेश पर उन्‍नाव के बीघापुर के तत्‍कालीन सीओ को डिमोट कर सिपाही बना दिया गया है, दरअसल कृपा शंकर सिंह की मूल तैनाती सिपाही के पद पर ही हुई थी जिसके बाद उन्हें प्रमोशन करके सीओ बनाया गया था।

कृपा शंकर कनौजिया को सिपाही पद पर वाहिनी व्‍यवस्‍था के आधार पर पीएसी के एक दल में नियुक्‍त किया गया है, इस वक्‍त उनकी 26 बटालियन के सिपाही के तौर पर पीएससी गोरखपुर में तैनाती की गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *