डॉ. राम सिया सिंह: चिकित्सा सेवा में समर्पण की मिसाल
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
डॉ. राम सिया सिंह का जन्म प्रयागराज के कोराव क्षेत्र के एक सुदूर गांव में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही स्कूल में हुई, जहां से उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से एक मजबूत शैक्षिक नींव तैयार की। चिकित्सा के प्रति उनके समर्पण और जुनून ने उन्हें मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज तक पहुंचाया, जहां से उन्होंने एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, प्रयागराज से एमएस किया, जिसमें उन्होंने विशेष रूप से नाक, कान और गला (ENT) चिकित्सा में विशेषज्ञता हासिल की।
अपनी उच्च शिक्षा पूरी करने के बाद, डॉ. सिंह ने मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में लेक्चरर के रूप में अपनी सेवा की शुरुआत की। उनकी अद्वितीय शिक्षा और चिकित्सकीय कौशल ने उन्हें जल्दी ही एक कुशल और आदरणीय चिकित्सक के रूप में स्थापित कर दिया। डॉ. राम सिया सिंह पर विभागाध्यक्ष नाक, कान, गला विभाग डॉ. सचिन जैन के कुशल प्रशासन और मार्गदर्शन का गहरा प्रभाव है। डॉ. जैन के नेतृत्व में नाक, कान, गला विभाग एक संगठित इकाई के रूप में काम कर रहा है। उनके मार्गदर्शन में डॉ. सिंह ने अपने कार्य में और भी अधिक कुशलता और प्रसिद्धि प्राप्त की है। डॉ. जैन की रणनीतियों और प्रशासनिक कुशलता ने विभाग को संगठित और सक्षम बनाया है, जिससे डॉ. सिंह और उनके सहयोगियों को अपने कार्य को सुचारू रूप से और प्रभावी तरीके से करने में सहायता मिली है।
डॉ. राम सिया सिंह के शिक्षण के तरीकों और चिकित्सा सेवा में उनके समर्पण ने विद्यार्थियों और सहकर्मियों के बीच उन्हें एक आदर्श बनाया।
चिकित्सा सेवा और समाज सेवा
डॉ. राम सिया सिंह का जीवन केवल पेशेवर सफलता तक सीमित नहीं है। वे समाज सेवा के क्षेत्र में भी उतने ही सक्रिय और समर्पित हैं। उन्होंने यमुना पार क्षेत्र के गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया है। वे नियमित रूप से नि:शुल्क चिकित्सा शिविरों का आयोजन करते हैं और गरीब मरीजों को अत्यधिक रियायती दरों पर चिकित्सा सेवा प्रदान करते हैं।
डॉ. सिंह का मानना है कि स्वास्थ्य सेवा हर व्यक्ति का अधिकार है, चाहे उसकी आर्थिक स्थिति कैसी भी हो। उनके इस दृष्टिकोण ने उन्हें समाज के हर वर्ग में अत्यधिक सम्मानित बनाया है। उनके इस कार्य में उनका परिवार भी हर कदम पर उनके साथ खड़ा रहता है, जिससे उन्हें और अधिक प्रेरणा मिलती है।
व्यक्तिगत जीवन और प्रेरणा
डॉ. राम सिया सिंह का व्यक्तिगत जीवन भी उनके पेशेवर जीवन की तरह ही प्रेरणादायक है। वे अपने परिवार के साथ एक सादा और अनुशासित जीवन जीते हैं। उनकी पत्नी डॉ अल्का सिंह और बच्चे भी उनके सामाजिक कार्यों में पूरी तरह से सहयोग देते हैं। डॉ. सिंह का मानना है कि एक खुशहाल और समर्थ परिवार ही एक सफल और संतुष्ट जीवन की कुंजी है।
समाज पर प्रभाव
डॉ. सिंह के प्रयासों का असर पूरे प्रयागराज क्षेत्र पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। उनकी चिकित्सा सेवाओं ने कई लोगों की जिंदगियां बदली हैं। उनके मरीज और उनके परिवार उनके प्रति अत्यधिक आभार प्रकट करते हैं। उनके द्वारा किए गए नि:शुल्क चिकित्सा शिविरों ने कई गरीब परिवारों को राहत दी है और उन्हें बेहतर स्वास्थ्य के अवसर प्रदान किए हैं।
डॉ. राम सिया सिंह एक अद्वितीय चिकित्सक और समाजसेवी हैं, जिनका जीवन और कार्य समाज के लिए एक प्रेरणा हैं। उनकी कहानी सिखाती है कि कठिन परिश्रम, समर्पण और मानवीय दृष्टिकोण से हम न केवल अपने पेशे में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि समाज में भी सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं।