प्रयागराज. पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द होने और RO /ARO की परीक्षा भी दोबारा कराये जाने के ऐलान के बाद भी एक धरना प्रयागराज में चल रहा है. 4 मार्च को इस धरना 84 दिन का हो गया.
आइये जा हैं क्या हैं इनकी मांगे.
84 वें दिन जारी धरना स्थल से एक प्रेस बयान जारी किया गया है. इनकी मांग है कि शिक्षाआयोग बनाया जाए.
युवा मंच अध्यक्ष अनिल सिंह बताया कि उन्हें उम्मीद है कि जिस तरह पेपर लीक प्रकरण में युवाओं का जनसैलाब उमड़ा, उसी तरह शिक्षा सेवा आयोग गठन को लेकर आंदोलन होगा। कहा कि प्रबल संभावना है कि 10 मार्च के बाद कभी भी चुनावों की घोषणा हो सकती है इसी के मद्देनजर आंदोलन की तिथि ऐलान किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि अभी आंदोलन के दबाव में शिक्षा सेवा आयोग गठन व एलटी व प्रवक्ता जीआईसी, बीईओ आर्हता विवाद प्रकरण हल करने के लिए सरकार को विवश किया जा रहा है जैसा कि पेपर लीक प्रकरण में छात्रों की मांग को स्वीकार करना पड़ा।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में 6 लाख व देश में एक करोड़ रिक्त पदों को भरने, रोजगार को मौलिक अधिकारों में शामिल करने और हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी जैसे सवालों को लेकर युवा मंच ने आवाज बुलंद की है। दरअसल युवाओं के भविष्य से जुड़े इन ज्वलंत मुद्दों को लेकर सरकार न तो कभी गंभीर रही है और न ही युवाओं को इन वाजिब मांगों को हल करने को लेकर अब कोई उम्मीद ही बची है। ऐसे में अब सिर्फ शिक्षा सेवा आयोग गठन व आर्हता विवाद प्रकरण को ही प्रदेशव्यापी आंदोलन के माध्यम से दबाव बना कर हल कराया जाना मुमकिन है। आज धरना स्थल पर युवा मंच अध्यक्ष अनिल सिंह,एडवोकेट प्रदीप चौधरी,अभिषेक सिंह,सुनिल पाल,जय करण यादव आदि उपस्थित रहे।

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