लखनऊ. सन्डे मेल ब्यूरो
लोकसभा चुनाव में अब केंद्रीय मन्त्री अनुप्रिया पटेल और उनकी बड़ी बहन विधायक डॉ. पल्लवी पटेल की आमने-सामने की टक्कर हो सकती है. मिर्जापुर का चुनावी मैदान दिलचस्प हालात से रूबरू हो सकता है. अनुप्रिया भाजपा के साथ हैं तो पल्लवी पटेल इंडिया गठबंधन में हैं.
बुधवार को अपना दल (कमेरावादी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने लखनऊ में ऐलान कर दिया कि इंडिया गठबंधन के तहत अपना दल (क) उत्तर प्रदेश की फूलपुर लोकसभा, मिर्जापुर और कौशांबी की सुरक्षित लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरेगी. जाहिर है इंडिया गठ बंधन का हिस्सा होने के कारण कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के साथ इंडिया में शामिल अन्य घटक दलों का भी उनका समर्थन मिलेगा.
अपना दल कृष्णा पटेल गुट के कार्य कर्ता लगातार फूलपुर सीट से चुनाव लड़ने की मांग कर रहे हैं. फूलपुर सीट पर कभी डॉक्टर सोनेलाल पटेल खुद चुनाव लड़ा करते थे और काशीराम जैसे दिग्गज को उन्हीं के कारण चुनाव हारना पड़ा था.
कृष्णा पटेल की बड़ी बेटी डॉ. पल्लवी पटेल समाजवादी पार्टी के सिंबल पर कौशांबी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सिराथू विधानसभा से विधायक हैं. उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के मुख्य उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को पराजित करके विजय का पताका लहराया था. तब से लगातार पल्लवी पटेल का ग्राफ सियासत में ऊंचा हो रहा है. राज्यसभा के चुनाव में भी उन्होंने पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक का समर्थन करते हुए अखिलेश यादव से दो टूक कह दिया था कि वह राज्यसभा के चुनाव में केवल उन्हीं लोगों को वोट करेंगे जो इन जातियों से ताल्लुक रखते हैं.
अब स्पष्ट रूप से यह ऐलान हो जाने के बाद की अपना दल कमेरा कौशांबी की सुरक्षित सीट, फूलपुर और मिर्जापुर से चुनाव लड़ेगा तो सियासी समीकरण बदलेंगे.
आपको बता दें कि कौशांबी में सभी विधानसभा में समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की थी और पूरे जिले में भारतीय जनता पार्टी को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था
इस सीट पर स्वाभाविक तौर पर पलवी पटेल ने अपना दावा ठोक रखा था और अब कौशांबी लोकसभा क्षेत्र में पल्लवी पटेल की लोकप्रिय का भी लोकप्रियता की जांच हो जाएगी.
इसी तरह फूलपुर में पिछला चुनाव कांग्रेस की टिकट पर पल्लवी डॉक्टर पल्लवी पटेल के पति पंकज सिंह लड़े थे.
इस बार उम्मीद है कि इस सीट पर लोकसभा का चुनाव डॉक्टर सोनेलाल पटेल की पत्नी और अपना दल कमेरा की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल खुद लड़े. और इंडिया के रणनीति के तहत इंडिया गठबंधन की रणनीति के तहत अनुप्रिया पटेल को मिर्जापुर में ही रोक देने के लिए डॉक्टर पल्लवी पटेल मिर्जापुर लोकसभा चुनाव से लोकसभा सीट से खुद चुनाव लड़ सकती हैं. कार्यकर्ताओं का एक वर्ग माता कृष्णा पटेल को मिर्जापुर से चुनाव लड़ना चाहता है, तो वही एक वर्ग का यह कहना है की डॉक्टर सोनेलाल पटेल की असली वारिस अनुप्रिया पटेल नहीं है यह साबित करने के लिए पलवी पटेल खुद मिर्जापुर से चुनाव लड़े.
फैसला क्या होगा? यह अलग बात है कि चुनाव दिलचस्प होने जा रहे हैं
एक विधायक पाला बदलेंगे?
प्रयागराज के सियासी गलियारे में एक चर्चा यह भी है कि अपना दल (सो) से जुड़े एक विधायक जो की लगातार कौशांबी से चुनाव लड़ने का ऐलान कर रहे हैं वे पाला बदलकर पल्लवी गुट से लोक सभा का चुनाव लड़ सकते हैं. डॉ. सोनेलाल के साथ भी उनके पुराने रिश्ते रहे हैं और अनुप्रिया पटेल के पति कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल के साथ विधायक की ‘ट्यूनिंग’ ठीक नहीं है. विधायक दल के अंदर अपने आप को सहज महसूस नहीं कर रहे हैं. आशीष के आने पर भी वह कई कार्यक्रमों में नहीं गए. लगातार यह ऐलान कर रहे हैं कि वह कौशांबी से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. ऐसे में उनके नाम पर भी चर्चाएं शुरू हो गई हैं. अगर ऐसा हुआ तो भारतीय जनता पार्टी के लिए कौशांबी फूलपुर और मिर्जापुर इन तीनों सीटों को जिता पाना जबरदस्त चुनौती होगी.