18 मार्च, प्रयागराज।
प्रदेश में औद्योगिक विकास को निरंतर विस्तार मिल रहा है। प्रदेश में उद्योग स्थापना में निवेशकों ने गहरी रुचि दिखाई है जिससे प्रदेश में निवेश की बयार बह रही है। कुंभ नगरी प्रयागराज में भी इसी क्रम में निवेश तेजी से बढ़ा है । निवेशकों के उद्योग स्थापना से रोजगार के हजारों अवसर भी सृजित होने जा रहे हैं।
जिले में ₹9619.39 करोड़ के निवेश ने गति पकड़ी
उत्तर प्रदेश उद्योग प्रदेश में परिवर्तित होने लगा है । जिस राज्य में कानून व्यवस्था पटरी पर न रहने से
निवेशक यहां आने से कतराते थे आज मजबूत कानून व्यवस्था और भयमुक्त वातावरण की स्थापना से प्रदेश निवेशकों की पहली पसंद बन रहा है। जिस प्रयागराज की पहचान धार्मिक और आध्यात्मिक जिले से होती थी आज वहां औद्योगिक वातावरण का तेजी से विकास हुआ हो रहा है।
उपायुक्त उद्योग शरद टंडन बताते हैं कि प्रयागराज में उद्योगों की स्थापना के लिए निवेशक उत्साहित हैं। जिले में कुल ₹9619.39 करोड़ का निवेश धरातल पर उतरना शुरू हो गया । इसके लिए 152 इकाइयां की स्थापना के लिए ज्यादातर निवेशकों को भूमि प्रदान की जा चुकी है । सर्वाधिक भागेदारी सौर ऊर्जा क्षेत्र की है। इस क्षेत्र में 21 इकाइयों से ₹2400 करोड़ के निवेश के कार्य धरातल पर उतरने लगे हैं । इसमें चार इकाईयों में उत्पादन भी शुरू हो चुका है।इनकी लागत ₹1075 करोड़ से अधिक है।
पर्यटन के क्षेत्र में भी निवेश को ने खासी रुचि जाहिर की है। जिले में पर्यटन के क्षेत्र में 1054.5 करोड़ का निवेश होना जा रहा है और इसके लिए 18 निवेशकों ने रुचि दिखाई है ।
27 हजार से अधिक का होगा रोजगार सृजन
विभिन्न उद्योगों के निवेश से जिले रोजगार के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार का सृजन भी होगा । उपायुक्त उद्योग शरद टंडन के मुताबिक जीबीसी में जिले में 9 अरब से अधिक का निवेश होने जा रहे है। जनपद में इसके लिए 152 इकाइयां स्थापित होनी है। निवेश से जिले में 27,824 रोजगार का सृजन होगा । रोजगार के सर्वाधिक अवसर पर्यटन क्षेत्र में निवेश से होने जा रहा है । प्रयागराज महाकुंभ के आयोजन को देखते हुए विभिन्न निवेशकों ने पर्यटन के क्षेत्र में 1054.5 करोड़ का निवेश का निर्णय लिया है । इस निवेश से अकेले पर्यटन के क्षेत्र में 11,073 रोजगार के अवसरों का सृजन होगा । पर्यटन के बाद पर्यटन के बाद हाउसिंग क्षेत्र में 6320 लोगों को रोजगार या नौकरी की गारंटी मिलेगी ।