लखीमपुर खीरी। नईम सिद्दीकी

गृह मंत्री अमित शाह ने अपने भाषण के दौरान भीड़ को इशारा किया की इंडी गठबंधन का एक विशेष ‘वोट बैंक’ है। उससे डरकर गठबंधन के नेता राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में नहीं गए। जनसभा में मौजूद भीड़ से कहा की आप उनके (विपक्षी गठबंधन) वोट बैंक नहीं हो, इस मुगालते में मत रहना। अब सवाल ये है की वह भीड़ से किस वोट बैंक की बात कर रहे थे।
गृह मंत्री राम मंदिर पर अपनी बात रखते हुए विपक्ष को आड़े हाथों लिया। कहा की नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनते ही राम मंदिर के मुद्दे पर कोर्ट का फैसला आ गया। अयोध्या में मंदिर भी बन गई। उसमें प्राण प्रतिष्ठा भी प्रधानमंत्री ने की। इस कार्यक्रम में अखिलेश यादव, डिंपल यादव, राहुल बाबा और प्रियंका गांधी समेत अन्य सभी लोगों को बुलाया गया था। लेकिन इनमें से कोई भी प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में नहीं पहुंचा।
गृह मंत्री ने भीड़ से पूछा कि ‘पता है की ये लोग क्यों नहीं गए, भीड़ ने पूछा क्यों ? तो गृहमंत्री ने कहा की वो ‘अपने वोट बैंक’ से डरते हैं। पता है उनका वोट बैंक कौन हैं। भीड़ ने पूछा की कौन ? तो गृह मंत्री ने कहा, आप तो नहीं हो उनके वोट बैंक, इस मुगालते में मत रहना।
अब लोगों में इस बात की खासी चर्चा है की आखिर गृह मंत्री ने किस वर्ग के वोट बैंक को विपक्ष का बता गए ? फिलहाल लोग उनके इस इशारे को समझ भी गए। मगर जुबान पर कोई नहीं ले आया।

विजय के संकल्प की तानी मुट्ठी

गृह मंत्री अमित शाह ने अजय मिश्र टेनी को जिताने और नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए भीड़ में मौजूद लोगों को संकल्प की मुट्ठी भी बंधवाई। उन्होंने लोगों से कहा की वह अपने दोनों हाथ उठाएं और विजय के संकल्प की मुट्ठी ताने। यही नहीं गृह मंत्री ने लोगों को जय श्रीराम के नारे भी लगवाए।

तीन चरण में 190 सीट से आगे निकले!

गृह मंत्री अपना भाषण शुरू करने से पहले भीड़ को आश्वस्त किया की इस बार बीजेपी को 400 से अधिक सीटें मिलेंगी। अमित शाह ने कहा की तीन चरण के मतदान हो गए हैं। उन्होंने आश्वस्त किया की तीन चरणों के बाद मोदी 190 सीटों से आगे निकल चुके हैं। चौथे चरण में सपा, बसपा और कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो जाएगा।

नहीं दिखीं धौरहरा प्रत्याशी रेखा वर्मा

गृह मंत्री अमित शाह की जनसभा में जिले की दूसरी लोकसभा सीट धौरहरा की भाजपा प्रत्याशी रेखा वर्मा नहीं दिखीं। दिलचस्प ये है की अमित शाह ने अपने पूरे भाषण के दौरान एक बार भी रेखा वर्मा का नाम नहीं लिया और न ही धौरहरा सीट का जिक्र किया। इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा में अजय मिश्र टेनी के साथ रेखा वर्मा भी साथ–साथ मौजूद थीं। लेकिन आज यहां उनकी नामौजूदगी लोगों में चर्चा का विषय रही।

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