उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। समाजवादी पार्टी ने अखिलेश यादव की करहल सीट से उनके भतीजे तेज प्रताप यादव को टिकट दिया है। तेज प्रताप यादव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और राबड़ी देवी के दामाद हैं। उन्हें लोकसभा चुनाव में कन्नोज से टिकटा मिला था लेकिन बाद उनकी जगह अखिलेश यादव खुद चुनाव लड़े।
वहीं, फैजाबाद (अयोध्या) के सांसद अवधेश कुमार की सीट मिल्कीपुर से उनके बेटे अजीत प्रसाद को चुनाव मैदान में उतारा गया है। सीसामउ से नसीम सोलंकी को सपा ने उम्मीदवार बनाया है। फूलपुर से मुस्तफा सिद्दकी को टिकट दिया गया है। मझंवा से डॉ. ज्योति बिंद को सपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है। जबकि कटेहरी से शोभावती वर्मा को टिकट मिला है।
सपा उम्मीदवारों की लिस्ट
- तेज प्रताप यादव- करहल
- सीसामऊ- नसीम सोलंकी
- फूलपुर- मुस्तफा सिद्दीकी
- मिल्कीपुर- अजीत प्रसाद
- कटेहरी- शोभावती वर्मा
- मझंवा- डॉ. ज्योति बिंद
सपा उम्मीदवारों के बारे में जानिए
जानकारी के अनुसार, करहल के उम्मीदवार तेज प्रताप यादव सैफई परिवार से हैं। वह मुलायम सिंह के बड़े भाई के पोते हैं। वह मैनपुरी से सांसद भी रह चुके हैं। उनकी शादी लालू यादव की बेटी राजलक्ष्मी यादव से साल 2015 में हुई थी। नसीम सोलंकी पूर्व सपा विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी हैं। वहीं, अजीत प्रसाद अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे हैं। शोभावती वर्मा अंबेडकरनगर के सांसद लालजी वर्मा की पत्नी हैं। वह जिला पंचायत सदस्य रह चुकी हैं। इसी प्रकार ज्योति बंद सपा नेता रमेश बिंद की बेटी हैं। रमेश बिंद अनुप्रिया पटेल से लोकसभा चुनाव 2024 में मिर्जापुर से हार गए थे।
इन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का नहीं किया ऐलान
सपा ने अभी तक चार सीटों पर उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं। इनमें गाज़ियाबाद से बीजेपी, खैर से बीजेपी, मीरापुर से आरएलडी उम्मीदवार और कुंदरकी से सपा उम्मीदवार ने 2022 के चुनाव में जीत दर्ज की थी। माना जा रहा है कि सपा कांग्रेस के लिए कुछ सीटें छोड़ सकती है। हालांकि कुंदरकी सपा अपने पास ही रखना चाह रही है।
सपा की लिस्ट जारी होने से कांग्रेस नाराज
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस सपा की तरफ से उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने से नाराज है। कांग्रेस के उच्च सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस से बिना सहमति के लिस्ट की जारी। हालांकि अभी ये साफ़ नहीं है कि कांग्रेस समाजवादी पार्टी के दो सीटों ऑफर को मान लेगी या फिर गठबंधन तोड़ने का फ़ैसला करेगी।
बता दें कि यूपी में दस विधानसभा सीटों पर उप चुनाव होना है। ये सीटें लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद विधायकों के इस्तीफे के बाद खाली हुई है। सीसामऊ सीट से विधायक एक मामले में सजा पाने के बाद अयोग्य घोषित हो गए थे।