जम्मू- कश्मीर- लद्दाख़

जम्मू, सन्डे मेल
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के पुरा छात्र अपने सेवा भाव और समर्पण से स्थानीय लोगों का दिल जीत रहे हैं. घाटी के लोगों को राष्ट्र की मुख्य धारा से जोड़ रहे हैं. जम्मू- कश्मीर के लेफ्टीनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने इन कामों की सराहना करते हुए कहा कि खुशहाल जीवन के लिए शांति होना आवश्यक है, यह सङ्गठन लगातार यही काम कर रहा है.

सिन्हा ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय पुरा छात्र संगठन (अउआ) के कार्यों का उल्लेख भी किया. उन्होंने कहा कि लद्दाख की धरती पर महात्मा बुद्ध के शांति व करुणा के सन्देश का प्रसार किया जा रहा है.
विश्व के ख्यातिप्राप्त बौद्ध धर्म गुरु भिक्खु संघसेना बने भी इस अभूतपूर्व कार्यक्रम का हिस्सा बने हैं. इलाहाबाद विश्वविद्यालय पुरा छात्र संगठन ने कला एवं संस्कृति प्रचार-प्रसार अभियान के तहत जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से शिष्टाचार भेंट की थी.उन्हें संगठन द्वारा किये जा रहे विभिन्न कार्यों के बारे मे अवगत कराया। इलाहाबाद विश्वविद्यालय पुरा छात्र संगठन से जुड़े लगभग पचास पूर्व छात्र जिनमे रिटायर्ड आईएएस अधिकारी, बैंक अधिकारी, शिक्षक व अन्य गणमान्य व्यक्ति इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इनमे मुख्य रूप एसके सिंह इलाहाबाद विश्वविद्यालय पुरा छात्र संगठन अध्यक्ष , नविन चंद्र इलाहाबाद विश्वविद्यालय पुरा छात्र संगठन संस्थापक सचिव शामिल रहे.


अउआ ने इस अवसर पर उपराज्यपाल को एक स्मृति चिन्ह भी प्रदान किया।
राजभवन में हुए कार्यक्रम में जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अउआ के द्वारा किये गए विभिन्न क्षेत्रों में किये गए कार्यों की सराहना की.
उहोने कहा कि यह बहुत ही गर्व का विषय है की इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पुरा छात्र देश व विदेशों में कीर्तिमान स्थापित कर रहें हैं। पूरा छात्र एक तरह से विश्वविद्यालय के ब्रांड एम्बेसडर होते हैं। पुरा छात्र एक ऐसी अद्वितीय पद पर होते हैं जहां वह विश्वविद्यालय की गरिमा को और बढ़ाते हुए नयी पीढ़ी को सही दिशा दे सकते हैं। जिस तरह से इलाहाबाद विश्वविद्यालय पुरा छात्र संगठन आगे बढ़ रहा है उससे प्रतीत होता है की इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों को सही नीति व शिक्षा शुरू से ही मिली है। आज जरुरत है की और भी छात्र आगे आएं व देश की उन्नति के लिए संगठित होकर कार्य करें। उनके द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में अर्जित अनुभव से देश का विकास होगा।
इससे पूर्व महाबोधि इंटरनेशनल मैडिटेशन सेंटर लेह-लद्दाख के सहयोग से ‘विश्व शांति व बौद्ध धर्म के महत्व ‘ पर एक संगोष्ठी का आयोजन (अउआ) द्वारा महाबोधि इंटरनेशनल मैडिटेशन सेंटर लद्दाख मे किया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे विश्व के ख्यातिप्राप्त बौद्ध धर्म गुरु भिक्खु संघसेना, जिन्होंने लद्दाख की बंजर जमीन जो उपयोगी बनाया व कई ऐसे मानवीय कार्य किये हैं जिससे उनकी ख्याति पूरे विश्व में है। इस अवसर पर प्रोफेसर राजेश रंजन , वाईस चांसलर सेंट्रल इंस्टिट्यूट फॉर बुद्धिस्ट स्टडीज के प्रतिनिधि डॉ आई बी झा (असिस्टेंट एकाउंट्स अफसर), डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ जिग्मेट देचान, डॉ आई बी झा असिस्टेंट एकाउंट्स अफसर व प्रोफेसर राजेश रंजन के प्रतिनिधि , सोनम आंगचूक, रिटायर्ड प्रोफेसर, प्रोफेसर एस के मेहता वाईस चांसलर लद्दाख यूनिवर्सिटी , एस के सिंह इलाहाबाद विश्वविद्यालय पुरा छात्र संगठन अध्यक्ष , नविन चंद्र इलाहाबाद विश्वविद्यालय पुरा छात्र संगठन संस्थापक सचिव ने भी अपने विचार रखे। इलाहाबाद विश्वविद्यालय पुरा छात्र संगठन से जुड़े लगभग पचास पूर्व छात्र जिनमे रिटायर्ड आई ए एस अधिकारी, बैंक अधिकारी, शिक्षक व अन्य गणमान्य व्यक्ति इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
इस अवसर पर भिक्खु संघसेना ने कहा की महात्मा बुद्ध ने जो दुनिया काे शांति व करुणाा का संदेश, आज कई देश उनका अनुसरण कर रहे:
महात्मा बुद्ध इस धरती पर एक ऐसे महान आध्यात्मिक गुरु हुए हैं, जिन्होंने बौद्ध धर्म की स्थापना कर दुनिया को शांति, करुणा और सहिष्णुता के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया।

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